आसुओ से तुम भी दोस्ती कर लो
दर्द होगा तो छलक आएंगे
नाम आखो में इंतजार की रौशनी भर लो
जब वो आएंगे मसुकुरा देना
उस तरफ यार की नाराजगी का दौर जारी है
इस तरफ आस है आने की जो नहीं थकती
इतना मालूम है वो रूठे है मगर लौट आएंगे
ये मेरे इश्क़ की इन्तहा और दुआ भी है
देर हो जाये तो हो जाये मगर वो आयेगे
आसुओ से भी तुम दोस्ती कर लो
दर्द होगा तो छलक आएंगे। २
नम आखो में इंतजार की रौशनी भर लो
जब वो आएंगे मुस्कुरा देना
अब तो पैमाने भी मुझसे है खफा यारो
क्यों इस रंगीन पानी में भी वो नज़र आये
गम में हो तुम भी अगर मिलना मुझे मय खाने में
तेरे गम और मेरे गम को मय में घोल देंगे
अश्क़ की बूंदो में मैंने झाक कर देखा है
नमी नहीं दिखी दर्द के समंदर नज़र आये
आसुवो से तुम भी दोस्ती कर लो
दर्द होगा तो छलक आयेगे। २
नाम आखो में इंतजार की रौशनी भर लो
जब वो आएंगे मुसकुरा देना
मै उनकी जुल्फ की छाव में हर रोज सोता था
खुली आँखे तो ये जाना वो तपती धुप के
वो तपती धुप के दरिया में मुझे छोड़ गए
माना सब खाव्ब था हा ये सब ख्वाब था मगर
कोई पूछे उनसे पूछे अगर मोह्हबत मेरी एक तरफ़ा थी
वो आये भी तो मेरे ख्वाब में भला क्यों आये
आसुओ से तुम भी दोस्ती कर लो
दर्द होगा छलक आएंगे। २
नम आखो में इंतजार की रौशनी भर लो
जब वो आएंगे मुस्कुरा देना
कलम से -ठाकुर देव