तेरे बिना जो सास लू उसे भी लिखता हु
तेरे घर के हर एक रास्ते को मै जन्नत लिखता हु
पुरी दुनिया मे अधूरा लफ्ज़ हु
पढ़ ले मुझे मै तेरा शब्द हु
पर कल रात जब खुद को आईने मे देखा
तो जिंदगी से मुलाकात हो गयी
लब थरथरा रहे थे मगर बात हो गई
. . . . कहने लगी. . . .
आज के रिश्ते कहा इतने सच्चे
इसलिए तुम अकेले ही अच्छे हो.
Fact of happy ‘Alone’
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