Saturday, October 13, 2018

इश्क़ की डायरी से

प्रेम संबंध कितने मधुर क्यु ना हो उसमे गाठ पड़ ही जाते हैं कभी ना कभी. ऐसा क्यों?....

‘गाठ’ जरूरी या ‘प्रेम’..?

प्रेम जरूरी या स्वाभीमान..?

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इश्क के गम

 अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में  इसे कैसे तौला जाए