जब से सब के अलग अलग मकान हो गये बच्चपन में साथ खेलने वाले भाई एक दुसरे के मेहमान हो गये
अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में इसे कैसे तौला जाए
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