Tuesday, March 30, 2021

क्या सनम

क्या सनम..!
इतना क्यों सितम ढाये जा रहे हो
आज मुझको
कल उनको
ऐसे ही सारे जहां को पटाये जा रहे हो
इतनी जल्दी क्या हैं
जो बिन बारीश बरसात कराए जा रहे हों
क्या सनम..!
इतना क्यो सितम ढाये जा रहे हो.

No comments:

Post a Comment

इश्क के गम

 अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में  इसे कैसे तौला जाए