Thursday, April 11, 2019

अब कलम बोलती है

हमने तुम्हे अपने दिल कि बात बताया भी
जताया भी!!
तुम्हें दिल के अंदर बैठाया भी
बस मै तुम्हें रास नहीं आई!
लो अब भुक्तो ..
अब मै नही मेरी कलम बोलती है 

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इश्क के गम

 अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में  इसे कैसे तौला जाए