Thursday, January 10, 2019

अल्फाज जज्बात एहसास

जो कह दिया वो अल्फाज थे 
जो ना कह सके वो जज्बात थे
जो कहते-कहते रह गये वो एहसास थे 

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इश्क के गम

 अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में  इसे कैसे तौला जाए