आँखे लाल देखकर क्यों है इतना हैरान समझा कीजिये
ये दिल पर लगे जख्मों के है निशान समझा कीजिये
मिलान और जुदाई के आलम हम से ना पूछिए साहब
इस मामले में हम थोड़े नादान समझा कीजिये
यु कुरेदा न करिये मेरे दिल के जख्म बार बार
रहते है हम कितना परेशान समझा कीजिये
कुर्बानी देनी पड़ती है किसी रिश्ते निभाने में
होता नहीं तोडना इतना समझा कीजिये
किताबें और लबो की भाषा सब कुछ नहीं होती
कभी कभार आखो की जबान समझा कीजिये
ये दिल पर लगे जख्मों के है निशान समझा कीजिये
मिलान और जुदाई के आलम हम से ना पूछिए साहब
इस मामले में हम थोड़े नादान समझा कीजिये
यु कुरेदा न करिये मेरे दिल के जख्म बार बार
रहते है हम कितना परेशान समझा कीजिये
कुर्बानी देनी पड़ती है किसी रिश्ते निभाने में
होता नहीं तोडना इतना समझा कीजिये
किताबें और लबो की भाषा सब कुछ नहीं होती
कभी कभार आखो की जबान समझा कीजिये
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