सफर मे मुस्किल आये तो जरूरत और बढ़ती है
कोई जब रास्ता रोके तो हिम्मत और बढ़ती है
अगर बिकने पे आजावो तो घट जाते है दाम अक्सर
ना बिकने का इरादा हो तो किमत और बढ़ने लगते है
अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में इसे कैसे तौला जाए
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