इश्क़ मे मोहब्बत है रुसवाई है बिछरन है तन्हाई है
जुदाई है… और……………... और………………..और
बहुत आगे आगये………आगे लुगाई है
अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में इसे कैसे तौला जाए
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