माथे पर पानी रखो कोशिश जारी रखो
जिंदा रहना है तो तरकीबें बहुत सारी रखो
राह के पत्थर से बढ़कर कुछ नहीं है मंजिले
राश्ते आवाजा देते है सफर जारी रखो
अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में इसे कैसे तौला जाए
No comments:
Post a Comment