तेरे बालो का गजरा
तेरे आँखो का काजरा
तेरे कानो कि बाली
तेरे होठों कि लाली
तेरे गले का हार
तेरे हाथों का कंगन
तेरे पैरो का पायल
. . . . . . . . नहीं भुलु गा
जब तक है
अपना गम किस किस से बोला जाए हैं कितनी परेशानियां इश्क़ में इसे कैसे तौला जाए
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